Himachal assembly elections: पांवटा सीट पर टिकी है सभी की नजरें, कांग्रेस प्रत्याशी करनेश जंग आगे निकलने की फिराक में
Himachal assembly elections
पांवटा साहिब। Himachal assembly elections: हिमाचल में पांवटा साहिब एक ऐसी विधानसभा क्षेत्र है जहां से दूर-दराज से श्रद्धालु माथा टेकने आते हैं। इसलिए १२ नवंबर को हो रहे विधान सभा चुनाव में इस विधानसभा क्षेत्र पर लोगों की नजरें लगी हुई है। विधानसभा क्षेत्र में जहां पर कांग्रेस की ओर से करनेश जंग को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा की ओर से मौजूदा विधायक सुखराम चौधरी ही उम्मीदवार बनाया गया है। इस सीट पर भाजपा बाहती बिरादरी से तालुल्क रखने वाले को आजमाती रही है, जबकि कांग्रेस पहले सिख समुदाय और अब राजपूत राजपूत बिरादरी पर दांव खेल रही है। इस बार भी कांग्रेस पार्टी ने राजपूत बिरादरी से ताल्लुक रखने वाले किरनेश जंग को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने बहाती बिरादरी से ताल्लुक रखने वाले सुखराम चौधरी को मैदान में फिर से उतारा है।
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पांवटा का राजनीतिक इतिहास
इस सीट पर अगर वर्ष 1952 से नजर दौड़ाई जाए तो यहां से 1952 में कल्याण सिंह जीते। 1967 में हितेंद्र सिंह का जनसंघ के वीरेंद्र चौहान के बीच मुकाबला हुआ। हितेंद्र सिंह जीत गए थे। 1972 में तपेंद्र सिंह जीते। 1977 में पहली बार कांग्रेस और जनता पार्टी को हराकर बाहती समुदाय के मिल्खराज निर्दलीय चुनाव जीते। उस वक्त सरदार रतन सिंह को 5081, जनता पार्टी के चंद्रमोहन को 4078 और मिल्खराज को 7643 वोट मिले थे। इसके बाद 1982 में कांग्रेस ने सरदार रतन सिंह का टिकट काटकर नाहन के कुश परमार को दिया। उस वक्त कुश परमार को 10099, भाजपा के मिल्खराज को 7747 और आजाद मैदान में उतरे सरदार रतन सिंह को 5942 वोट मिले।
किरनेश जंग को मिल रहा जनता का आशीर्वाद
इस बार पांवटा साहिब में कांग्रेस प्रत्याशी किरनेश जंग के समर्थन से जिस हिसाब से लोगों का हुजूम नजर आ रहा है उसके देखते हुए कहा जा सकता है कि फिलहाल जहां राजपुतों के अलावा सिख समुदाय का भी पूरा समर्थन मिलता नजर आ रहा है। गत दिनों भाटिया पैलेस में शहर के गणमान्य लोगों के साथ चुनावी मंत्रणा की। इस अवसर पर कई प्रबुद्धजनों ने कांग्रेस का हाथ थामने की घोषणा की। सोमवार को उन्होंने अपने जनसंपर्क अभियान की शुरुआत पंचायत निहालगढ़ के गांव ज्वालापुर से की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया। लोगों ने स्थानीय गणमान्य लोगों की अगवाई में किरनेश जंग का फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया। किरनेश जंग ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि सरकार और ऊर्जा मंत्री की अनदेखी के कारण पांवटा साहिब विकास में पिछड़ गया है।
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पांच वर्ष तक पांवटा साहिब अनदेखी का शिकार हुआ है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब को विकास के मामले में नंबर-1 बनाने का संकल्प मैंने लिया है। पांवटा साहिब को पर्यटन के मानचित्र पर मुख्य क्षेत्र बनाया जाएगा। पर्यटन के बढ़ावे के लिए एक मॉडल तैयार कर पांवटा का पर्यटन के लिहाज से हर दिशा में विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा वादा है हम बस स्टैंड, सरकारी कालेज और अस्पताल में फ्री वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करवाएंगे। बस स्टैंड और शहर के मुख्य चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे। बाता पुल से लेकर यमुना घाट तक और बांगरण चौक से मिशन स्कूल तक स्ट्रीट लाइट लगाने का प्रयास हमारा रहेगा। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त सैनिकों और अर्धसैनिक बलों के लिए पांवटा में सीएसडी कैंटीन खुले यह हमारी पुरजोर कोशिश होगी। पांवटा शहर में एक वृद्ध विश्राम सदन का निर्माण किया जाएगा, जहां हमारे बुजुर्ग दिन में अपना कुछ समय व्यतीत कर सकेंगे। किरनेश जंग ने कहा कि बीते पांच साल में भाजपा सरकार और ऊर्जा मंत्री ने विकास के नाम पर केवल खोखले दावे और वादे किए हैं। हकीकत हम सबके सामने है। हमने प्रण लिया है कि पांवटा साहिब के विकास को ज्यादा तेज गति से आगे बढ़ाया जाएगा और बुनियादी सुविधाएं हर व्यक्ति तक पहुंचें यह हमारी प्राथमिकता रहेगी।